Psychology of Confusion Book Review in Hindi | कन्फ्यूज़न की साइकोलॉजी – Deep Trivedi

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हेलो दोस्तों, आज मैं “Psychology of Confusion” बुक का रिव्यू करने जा रहा हूँ। यह किताब लेखक दीप त्रिवेदी जी द्वारा लिखी गई है।

Short Review

Psychology of Confusion बुक हमें हमारी लाइफ में चल रहे कन्फ्यूज़न को दूर करने में मदद करती है। हम बहुत सारे कन्फ्यूज़न में जी रहे होते हैं, जिनका हमें खुद भी सही से एहसास नहीं होता। लेकिन लेखक ने इस किताब में बहुत ही स्पष्ट तरीके से बताया है कि कन्फ्यूज़न होता क्यों है, उसका असली कारण क्या है, और फिर इसे हमेशा के लिए कैसे दूर किया जा सकता है – इसका पूरा समाधान दिया है।

यह बुक पढ़कर आप अपनी लाइफ में चल रहे कन्फ्यूज़न से मुक्त होकर Stress-free, Tension-free और Happy Life जी पाएंगे।

साथ ही लेखक ने यह भी बताया है कि कन्फ्यूज़न को दूर करके हम अपने जीवन का मकसद कैसे हासिल कर सकते हैं, जिसके लिए हम इस दुनिया में आए हैं। यह वाकई काबिले-तारीफ है कि यह बुक एक 360 डिग्री बुक है। कन्फ्यूज़न से शुरू होकर लाइफ के Ultimate Goal तक का पूरा ज्ञान देती है।

साइंटिफिक तरीके से बताए गए उपाय वाकई आसान और प्रैक्टिकल हैं, जिन्हें समझते-समझते बहुत कुछ अपने आप ही स्पष्ट होता चला जाता है।

यह किताब एक प्रैक्टिकल बुक है – यानी सिर्फ पढ़ना ही नहीं होता, बल्कि जगह-जगह पर कुछ टास्क भी करने को मिलते हैं। साथ ही जगह-जगह पर महान ज्ञानियों के किस्से भी दिए गए हैं – जैसे भगवद गीता, कृष्ण, मीरा, बुद्ध, जीसस और अन्य।

₹250 का छोटा-सा इन्वेस्टमेंट, जो लाइफ यानी मन और कुदरत के कई राज़ खोलकर रख देता है।

Full Review – Psychology of Confusion (Detailed)

पुस्तक विवरणजानकारी
पुस्तक का नामPsychology of Confusion
लेखकदीप त्रिवेदी
पृष्ठ202
कीमत₹249 (अलग-अलग मार्केटप्लेस पर अलग हो सकती है)
कौन-सी समस्या हल करती हैजीवन की उलझन / कन्फ्यूज़न
क्या यह प्रैक्टिकल है?हाँ, 100%
समझने में आसान?100%
अंदर क्या मिलेगाकन्फ्यूज़न से बाहर निकलने के प्रैक्टिकल तरीके, प्रकृति के नियम, और जीवन का अंतिम लक्ष्य पाने की प्रक्रिया

“Psychology of Confusion” बुक कुल 202 पेज की है।

शुरुआत में ही लेखक दीप त्रिवेदी जी हमें कन्फ्यूज़न के मूल कारण तक ले जाते हैं। उनका कहना है कि किसी भी प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए उसका Root Cause जानना बहुत ज़रूरी है।

100% Correct — I agree

जीवन में कन्फ्यूज़न क्या है, क्यों होता है, उसके कारण क्या हैं और यह कितना खतरनाक हो सकता है – यह सब लेखक बहुत स्पष्ट तरीके से समझाते हैं, ताकि हम कन्फ्यूज़न को पूरी तरह समझ सकें। बीच-बीच में हमारी ही Day-to-Day Life के प्रैक्टिकल उदाहरण देकर समझाया गया है, जिससे बातें आसानी से समझ में आ जाती हैं।

इस बुक की सबसे अच्छी बात यह है कि यह 100% Practical + Scientific तरीके से लिखी गई है। इसे पढ़ते-पढ़ते भीतर एक अनुभव होता रहता है, जैसे लेखक जो समझाना चाह रहे हैं, वह अंदर तक उतर रहा हो।

कई बार ऐसा लगता है – “हाँ यार, यहाँ लेखक ने बिल्कुल सही कहा…”

जहाँ ज़रूरत पड़ती है, वहाँ आजकल चल रहे पाखंड को भी Expose किया गया है।

महान व्यक्तित्वों के उदाहरण

एक और अच्छी बात यह है कि लेखक ने महान लोगों का सहारा लिया है, जैसे –

  • भगवद गीता
  • श्रीकृष्ण
  • गौतम बुद्ध
  • जीसस क्राइस्ट
  • कबीर
  • मीरा
  • और भी कई

जैसे गीता में अर्जुन भी कन्फ्यूज़ हो गया था, तो इस किताब में उसका कारण बताया गया है – कि अर्जुन अचानक कन्फ्यूज़ क्यों हुआ?

जिस तरह से लेखक समझाते हैं, उसके बाद सब कुछ इतना Crystal Clear दिखने लगता है कि क्या ही कहूँ…।

कैसे श्रीकृष्ण अपनी लाइफ बिना किसी कन्फ्यूज़न के जीते थे और हम भी कैसे वैसा जीवन जी सकते हैं, यह भी बहुत सुंदर तरीके से समझाया गया है।

क्या यह किताब सच में Practical है?

यह किताब सिर्फ पढ़ने की नहीं है।

जहाँ ज़रूरत होती है, वहाँ लेखक हमें Tasks भी देते हैं, ताकि हम पढ़ते-पढ़ते अपने बारे में बहुत कुछ समझ सकें।

बीच-बीच में छोटे-छोटे Deep Quotes भी मिलते रहते हैं।

Quote from Psychology of Confusion book by Deep Trivedi showing an inner page explaining clarity of life and nature’s laws in Hindi
Psychology of Confusion किताब के अंदर मिलने वाले गहरे और जीवन बदल देने वाले कोट्स में से एक।
Inner page quote from Psychology of Confusion book by Deep Trivedi about anxiety, mind control, and confusion in life
Psychology of Confusion किताब का एक और गहरा कोट, जो चिंता, मन और कन्फ्यूज़न के रिश्ते को सरल भाषा में समझाता है।

यह मैंने बहुत ही गहरा इशारा कर दिया

एक लाइन जो मुझे बहुत पसंद आई –

“यह मैंने बहुत ही गहरा इशारा कर दिया”

जब-जब यह लाइन आती है, मुझे उसे 2-3 बार पढ़ना पड़ता है, क्योंकि उसके पीछे बहुत गहरी बात होती है।
उसे पढ़कर एक सुकून मिलता है और जीवन व कुदरत के कई अनसुने राज़ समझ में आते हैं।

Inner page from Psychology of Confusion book by Deep Trivedi highlighting the line “यह मैंने बहुत ही गहरा इशारा कर दिया” with deep life insight
Third deep insight page from Psychology of Confusion book by Deep Trivedi highlighting the line “यह मैंने बहुत ही गहरा इशारा कर दिया” related to ego, society, and inner clarity
Inner page from Psychology of Confusion book by Deep Trivedi explaining deep insight on confusion, choice, and clarity in life

Laws of Nature

कन्फ्यूज़न दूर करते-करते लेखक हमें कुदरत के नियम (Laws of Nature) भी समझाते हैं – कि यह प्रकृति कैसे अस्तित्व में आई और हम उन नियमों को फॉलो करके एक Perfect Life कैसे जी सकते हैं।

यह हिस्सा मुझे बहुत पसंद आया।

8 Hour + 8 Hour + 8 Hour Formula

Chapter No. 8 – “मन–बुद्धि का संघर्ष ही कन्फ्यूजन का सबसे बड़ा कारण है”

यह चैप्टर वाकई पढ़ने लायक है और हर किसी को पढ़ना ही चाहिए।

इसमें समझाया गया है कि कैसे मन और बुद्धि हमें लगातार कन्फ्यूज़ करते रहते हैं, और कैसे इस संघर्ष को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।

जैसे –

  • मन कहता है मूवी देखने चलो,
  • बुद्धि कहती है काम करो, पैसे कमाओ –

ऐसी Situation में क्या करना चाहिए, यह भी बताया गया है।

8 Hour + 8 Hour + 8 Hour वाला फार्मूला मुझे वाकई बहुत पसंद आया। यह फार्मूला मन, बुद्धि, अहंकार और इन्द्रियों को मैनेज करने के लिए बताया गया है।

इस फार्मूले को पढ़ते ही इतनी खुशी मिली कि क्या ही कहूँ…। यह सच में एक रामबाण उपाय है।

जैसे ही आप इसे पढ़ेंगे, बहुत कुछ हासिल कर लेंगे – यह मैं दिल से कह रहा हूँ, आप मुझे याद करोगे।

8 Hour plus 8 Hour plus 8 Hour formula explained in Psychology of Confusion book by Deep Trivedi for managing mind, work, and life balance
Psychology of Confusion किताब का life-changing concept: 8 Hour + 8 Hour + 8 Hour Formula, जो मन, काम और जीवन को बैलेंस करना सिखाता है।
Next page from Psychology of Confusion book by Deep Trivedi explaining balance between mind, work, effort, and natural flow of life
Psychology of Confusion किताब का अगला पेज, जहाँ मन, कार्य और कुदरत के संतुलन को और गहराई से समझाया गया है।

Ultimate Goal of Life

जब कन्फ्यूज़न की पूरी चर्चा हो जाती है, तो आगे लेखक हमें जीवन का Ultimate Goal पाने की पूरी प्रक्रिया समझाते हैं –
कैसे उसे पहचानें और कैसे हासिल करें।

लेखक कहते हैं –

जब हम अपने जीवन का मकसद जान लेते हैं, तो कन्फ्यूज़न अपने आप दूर हो जाता है।

यह बात बिल्कुल सही है – I agree.

यह बुक सच में 360 डिग्री से जीवन को खुश करने की एक चाबी है।

Introvert vs Extrovert

हम या तो Introvert होते हैं या Extrovert – लेकिन ऐसा क्यों? इसका जवाब भी आपको इस किताब में मिलेगा।

Introvert and extrovert personality explained in Psychology of Confusion book by Deep Trivedi with practical life examples
Psychology of Confusion किताब का वह हिस्सा, जहाँ Introvert और Extrovert होने का असली कारण समझाया गया है।

“अपनेआप मिले पदार्थ में संतुष्ट रहना”

लास्ट में एक चैप्टर आता है – “अपनेआप मिले पदार्थ में संतुष्ट रहना”

यह गीता का श्लोक है, जिसे श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं। लेखक ने सिर्फ एक श्लोक को 7 पेज में समझाया है।

इसे पढ़कर दिल खुश हो जाता है। सिर्फ एक श्लोक, लेकिन सब कुछ Clear हो जाता है।

इन 7 पेज को पढ़ते ही एक अलग ही आनंद और शांति महसूस होती है।

Chapter page “Apne Aap Mile Padarth Mein Santusht Rehna” from Psychology of Confusion book by Deep Trivedi based on Bhagavad Gita
“अपने आप मिले पदार्थ में संतुष्ट रहना” — Psychology of Confusion का वह अध्याय, जो गीता के एक श्लोक को जीवन का गहरा समाधान बना देता है।

Laws of Nature (Again ❤️)

इस किताब में लेखक हमें वो नियम बताते हैं, जिन्हें कोई बदल नहीं सकता – Laws of Nature

कैसे इन नियमों को फॉलो करके कुदरत की शक्तियों का भरपूर लाभ उठाया जाए और जीवन को सफल बनाया जाए – यह बहुत सुंदर तरीके से समझाया गया है।

अगर आप भटक चुके हो

कोई बात नहीं।

अगर आप अपने मकसद से भटक चुके हो, तो यह किताब आपको फिर से खड़ा कर ऊँची उड़ान भरने में मदद करेगी।

कन्फ्यूज़न से हमेशा के लिए छुटकारा पाकर आप अपने जीवन का मकसद पूरा कर सकते हैं।

क्या आपको यह किताब पढ़नी चाहिए?

बुक की कीमत है ₹249, और बदले में आपको मिलेगा –

  • कन्फ्यूज़न से पूरी तरह मुक्ति (100% Scientific + Practical)
  • कुदरत के अनसुने नियम
  • महान ज्ञानियों ने वैसा क्यों किया – इसकी समझ
  • जीवन का मकसद और उसे पाने की प्रक्रिया
  • आपको यहाँ क्यों भेजा गया है – इस रहस्य की समझ
  • मन-बुद्धि का Management
  • 24 घंटे के दिन को खुशियों का त्योहार कैसे बनाएं
  • Deep Quotes जो बहुत कुछ समझा देते हैं
  • एक संपूर्ण जीवन जीने का Secret Formula (जैसे कृष्ण ने जिया)
  • भगवद गीता के श्लोकों की गहरी व्याख्या

अगर आप दुखी, चिंतित और बोरिंग जीवन से निकलकर खुशी, आनंद और मौज-मस्ती चाहते हैं – तो यह बुक ज़रूर पढ़ें।

Free Pages & Unboxing

अगर आप बिना खरीदे बुक के कुछ पेज पढ़ना चाहते हैं, तो मैंने किताब के शुरुआती 12 पेज Instagram पर पोस्ट किए हैं।

उन्हें पढ़कर आप खुद Decide कर सकते हैं कि पूरी किताब पढ़नी है या नहीं।

Full Book UNBOXING Video

Book Unboxing Video भी available है।

मैं यह किताब कब पढ़ता था?

आजकल की Busy Life में पढ़ना थोड़ा मुश्किल होता है।

मैं इसे –

  • जब कभी Free Time मिले
  • रविवार को
  • देर रात
  • सोशल मीडिया ज्यादा Use करने के बाद

पढ़ता था।

क्योंकि किताब नई थी, इसलिए Excitement भी रहती थी कि आगे क्या मिलेगा।

लेखक के बारे में

दीप त्रिवेदी जी एक Psychologist हैं, जो मनुष्य ही नहीं बल्कि हर जीव के मन, बुद्धि, अहंकार, इन्द्रियाँ और Laws of Nature को गहराई से समझते हैं।

उनका समझाने का तरीका – Modern + Simple + Practical है, जिसे कोई भी आसानी से समझ सकता है।

वे किसी बात को तब तक समझाते रहते हैं, जब तक वह पूरी तरह हमारे गले न उतर जाए – एक उदाहरण, फिर दूसरा, फिर तीसरा… यह बात मुझे बहुत पसंद है।

जैसे पेज 152 तक वे जीवन का मकसद समझाते हैं, और पेज 153 पर फिर उसी बात को एक नए Angle से समझाते हैं, ताकि हर तरह का व्यक्ति समझ सके।

Page 152 from Psychology of Confusion book by Deep Trivedi explaining life purpose, clarity, and living without confusion
Psychology of Confusion – Page 152, जहाँ जीवन के मकसद और कन्फ्यूज़न-फ्री जीवन की असली तस्वीर सामने आती है।
Page 153 from Psychology of Confusion book by Deep Trivedi explaining a new practical method to live with clarity and reduce confusion
Psychology of Confusion – Page 153, जहाँ लेखक जीवन को कन्फ्यूज़न से बाहर लाने का एक नया और आसान तरीका बताते हैं।

क्या बात है दीप सर, आपका खूब-खूब आभार और दिल से धन्यवाद। मज़ा ही आ गया!

उनकी किताब पढ़कर सच में खुशी और आनंद का अनुभव होता है। शुक्रिया |